एक बड़ा पत्ता और एक मिट्टी का ढेला था। दोनो दोस्त थे। एक खेत में साथ-साथ रहते थे।
एक बार की बात है। एक दिन बहुत तेज़ हवा चली। पत्ता हवा के साथ उड़ गया और ज़मीन पर गिर गया। यह देख मिट्टी का ढेला ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगा। उसने पत्ते से कहा कि तुम तो कहते थे कि तुम बहुत मज़बूत हो लेकिन तुम हवा के एक झोंके से उड़ गये।
कुछ समय बाद तेज़ बारिश हुई और मिट्टी का ढेला पानी में घुल गया। इस बार पत्ता ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगा। उसने ढेले से कहा कि तुम तो कहते थे कि तुम बहुत मज़बूत हो लेकिन तुम तो बारिश की एक फुहार से ही बह गये।
इसके बाद उन दोनों ने तय किया कि जब फिर से बारिश होगी तब वे एक दूसरे का साथ देंगे।
बड़े पत्ते और ढेले ने तय किया कि पत्ता छतरी बनकर मिट्ठी के ढेले को बारिश से बचा लेगा और मिट्टी का ढेला पत्ते पर बैठकर तेज़ हवा से मिट्टी के ढेले को बचा लेगा।
Glossary/शब्दावली: | Grammar/व्याकरण: |
खेत (m.): an agricultural field बारिश (f.): rain तेज़: fast हवा (f.): wind झोंका (m.): a gust of wind पत्ता (m.): leaf बड़ा: big ढेला (m.): a lump of soil ज़मीन (f.): the ground फुहार (f.): a spurt of water मिट्टी (f.): soil छतरी (f.): umbrella मज़बूत: strong Verbs/क्रिया शब्द:
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Compound verbs: Intransitive verb stem + जाना to express completion of event/action indicated by verb:
Transitive verb stem + लेना to express completion of action and the direction of the result towards the subject:
Oblique infinitive + लगना to express the beginning of the action: ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगा। Ergative construction: Subject + ने + object + transitive verbs in the perfect tenses (agreement with object or if none masculine singular):
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