नमस्कार मोहन ,
तुम्हारी चिट्ठी के लिये धन्यवाद। मेरा नाम जूल्स है। मैं अमेरिका से हूँ । मैं स्कूल में हिंदी पढ़ता हूँ । कैश में सिर्फ दो छात्र हैं। दूसरा छात्र का नाम अर्जुन है। अर्जुन भी अमेरिका से है। हमारे अध्यापिका बहुत अच्छी है।
मैं New York में रहता हूँ । मेरा घर बहुत बड़ा है।घर में १२ कमरे हैं। तीन शयनकक्ष,दो बाथरूम,एक रसोई, और बहुत दूसरे कमरे हैं। मेरा शयनकक्ष भो बहुत बड़ा है। मेरे शयनकक्ष में एक बड़ा बिस्तर, एक दरी, और दो सुन्दर कुर्सिओं हैं। मुझ को मेरा शयनकक्ष बहुत पसंद हूँ । मेरा शयनकक्ष बहुत साफ़ नहीं है, लेकिन भी बहुत गंदा नहीं है।
सुबह में मुझसे पहले स्कूल जाता हूँ, मैं नाश्ता करता हूँ । मुझ को नाश्ता बहुत पसंद हूँ । मैं काफी पिता हूँ और मैं दो अंडा खाता हूँ। नाश्ते के बाद , मैं कपड़े पहनता हूँ। तब मैं स्कूल जाता हूँ। मैं विश्वविद्यालय मे पढ़ता हूँ। मुझ को मेरा पसंद हैं , लेकिन कभी कभी यह मुश्किल है क्यों की मैं सब नहीं काम कर सकता हूँ।
मेरा एक भाई है। वह मेरे साथ नहीं रहता है। वह Los Angeles में रहता हू। Los Angeles में वह विश्वविद्यालय में पढ़ता हैं। में उस से बहुत नहीं मिलता हूँ क्यो कि Los Angeles बहुत दूर New York से है । में मेरे पता जी और मेरे माता जी के साथ रहता हूँ । मुझ को चाहिए क्यों की मेरे पास बहुत पैसा नहीं हूँ । अभी मेरे माता-पिता जी मुश्किल हैं। मेरे पिता जी को पसंद नहीं हैं कब मैं घर में शोर बनता हूँ ।
मैं मेरा भाई Los Angeles में मिलना चाहता हूँ , लेकिन मेरे पास गाड़ी नहीं हूँ। मैं एक छोटी गाड़ी ख़रीदना चाहता हूँ , लेकिन मेरे पास पर्याप्त पैसा नहीं हूँ। तो मैं रेस्टोरेंट में काम करता हूँ। मैं लोगो को खाना इटली सेखिलाता हूँ । मैं पैसा बंक में बजाने लगता हूँ।
अगली गर्मी बहुत मज़ा था। मैं भारत में मिलता था। मैं बोध-गया रहता था। बोध-गया भारत की उत्तर में हैं। इस में बिहार है। में धर्म के बारे में सीखता था। एक दिन , में एक गया था। में ने बहुत लोग देखा। भिक्षुओं था और सूफी था और बहुत हिन्दू था। वे पूजा करते थे। मेरी यात्रा बहुत दिलचस्प था।
आपका दोस्त ,
जूल्स