भालू की पूँछ

Sound by Susham Bedi

सरदी का मौसम था | पहाड़ पर बहुत बर्फ़ पड़ी थी | जंगल के जानवर अपने-अपने घरों में छिपे बैठे थे | वे ठंड से ठिठुर रहे थे | पक्षी अपने बच्चों को पंखों में छिपाए बैठे थे |

एक एस्किमो अपनी कुत्ता गाड़ी (स्लेज) पर बहुत-सी मछलियाँ भर कर ले जा रहा था | एक गीदड़ ने देखा | वह पीछे से चुपके-चुपके गया | उसने कई अच्छी मछलियाँ स्लेज से उतार लीं |

वह एक जगह बैठकर मज़े से खाने लगा | इतने में एक भालू आया | वह कहने लगा — छोटे भैया ! ये बढ़िया मछलियाँ कहाँ से पकड़ीं ?

गीदड़ ने कहा — रात को आना | तुम्हें बहुत-सी अच्छी-अच्छी मछलियाँ पकड़वा दूँगा |

रात को भालू वहाँ आया | गीदड़ उसे साथ लेकर बर्फ़ की झील पर जा पहुँचा | झील का पानी जमकर बर्फ़ हो गया था |

गीदड़ ने वहाँ एक छेद देखा | कहने लगा — बड़े भाई मैं तो पूँछ से मछलियाँ पकड़ा करता हूँ | इस छेद में पूँछ डाल दो और आराम से बैठ जाओ | बहुत-सी मछलियाँ पूँछ से चिपट जाएँगी | तब तुम पूँछ खींच लेना |

ठंड बढ़ने लगी | भालू की पूँछ बर्फ़ में जमने लगी | भालू घबराकर हिला |

गीदड़ बोला — न न ! अभी मत उठना | मछलियाँ छूटकर गिर जाएँगी| थोड़ी देर और बैठे रहो |

भालू बैठे-बैठे सो गया | गीदड़ वहाँ से भाग गया |

सवेरा हुआ | भालू की पूँछ बर्फ़ में जम गई थी | इतने में भालू ने शिकारी कुत्तों की आवाज़ सुनी | वह डर कर भागा | उसकी पूँछ टूट कर बर्फ़ में ही रह गई |

उस दिन से आज तक भालू की पूँछ छोटी ही रह गई |

Glossary: 

भालू m. bear
पूँछ f. tail
ठिठुरना to shiver
उतारना to take down
मछली f. fish
झील f. lake
चिपटना to cling (intrans.)
जमना to freeze
खींचना to pull
छूटना to come off
शिकारी m. hunter

Practice Questions:

१. क्या मौसम था सरदी या गरमी ?

२. जानवर अपने घरों में क्यों छिपे थे ?

३. एस्किमो क्या ले जा रहा था ?

४. भालू  कब गया रात को या दिन में ?

५. भालू  और गीदड़ कहा गये ?

६. झील का पानी जमकर क्या हो गया ?

७. भालू  घबरा क्यों गेया ?

८. जब भालू  सो गया गीदड़ ने क्या किया ?

९. सवेरे भालू  किसकी आवाज़ सुनी ?

१०. भालू  की पूँछ को क्या हुआ ?