Advice सलाह (प्रिया माया)

SmilingGypsyA. Proficiency Level: Intermediate High/Advanced Low (3X75 min.)

B. 1. Objectives: Students will be able to:

  • describe in detail human relations in a marriage or other personal context 
  • describe in culturally sensitive way emotions, attitudes and stereotypes about marriage, dating, etc. 
  • compare differences and similarities in the perspectives in India and the U.S. vis-a-vis family, marriage or kinship B.2. Language Objectives: 

Language:

  • use passive voice in the subjunctive (ताकि …, X प्राप्त किया जाए, चाहे…चाहे…) 
  • use infinities (Xकरने का इरादा,करने के उद्देश्य से, X करने की इच्छा)
  • use presumptive (आप X करते होंगे, आप ने X किया होगा )

C. Performance Assessment:
Oral: Students role-play participating in a Round Table TV or radio show प्रिया माया (similar to Dr. Phil) — one psychologist (trained in the U.S. lives in India) and 3-4 people with problems around a table — one of them at least lives mostly in the U.S. They submit one full case with three sections in an email — a problem, includes the problem, the advice and the result.

Written: Students are invited to extend the गृह लक्ष्मी क्लब website with a सलाह section. Each student writes to प्रिया माया as the person who experienced the problem and in turn writes back with advice as the shrink माया.

Rubrics for student work evaluation

D. Learning Scenarios:

Session I:
Step 1. Each students reads from the क़ानूनी सलाह section of गृह लक्ष्मी magazine one person’s problem (different for each student).
Step 2. In pairs, each student assumes the role of that person and tells a partner about their personal problem (based on what they read). The partner asks questions to clarify the situation and gives advice to remedy the problem. Students switch roles.
Step 3. The class comes together — each student presents their problem in front of the class and reports what advice their received. Volunteers offer alternative ideas for solutions.
Step 4. The class votes on whose problem is the most difficult one by writing anonymously on a piece of paper: Identify the most complex problem and justify why it is the most difficult one in 4-5 sentences.
Step 5. Each student reads the original solution suggested for their problem from the magazine itself.
Step 6. They share with the rest and express agreement or disagreement.

Step 7. In pairs students answer the questions below:champa

(1) आज समाज में तलाक की समस्या क्यों बढ़ रही है?

(2) तलाक किन-किन मुख्य आधारों पर लिया जा सकता है?

(3) क्या बिना कानून की सहायता के घर पर बैठ कर किये गये समझौते से भी तलाक हो सकता है?

(4) शादी के बाद तलाक के लिये कम से कम कितने समय बाद आवेदन किया जा सकता है।

 (5) तलाक की अर्जी कौन डाल सकता है तथा तलाक की प्रक्रिया में कितना समय लगता है?

(6) तलाक के कितने समय बाद पुनर्विवाह किया जा सकता है ?

Step 8. Students switch partners to find three common points and three different points in each other’s answers.

Step 9. Then they compare with original answers and find three points they agree and three points they disagree. HLLs send an email and FLLs an audio file:

हिन्दू विवाह एवं तलाक से सम्बन्धित कानूनी राय।

मेरठ ग्लोब न्यूज लेकर आया है एक नया सेग्मेन्ट “कानूनी राय”। जिसके माध्यम से हम आपको आपको उपलब्ध करायेंगें कानूनी राय और आज की कानूनी राय में हमारे संवादाता ने एडवोकेट नितिन कान्त अहलूवालिया से एक मुलाकात कर हिन्दू मैरिज एक्ट के अन्तर्गत तलाक से सम्बन्धित अधिकारों और उनसे जुड़ी कानूनी प्रक्रिया के बारे में बात कर कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त की।

पेश है उनसे बातचीत के दौरान पूछे गये मुख्य सवाल और उनके जबाब।

(1) आज समाज में तलाक की समस्या क्यों बढ़ रही है?
जवाब : एडवोकेट नितिन कान्त अहलूवालिया ने बताया कि आज तलाक की एक वजह ईगो भी है साथ पति-पत्नि की एक दूसरे के प्रति बढ़ती अपेक्षाँए है।

(2) तलाक किन-किन मुख्य आधारों पर लिया जा सकता है?
जवाब : तलाक के मुख्य आधार शादी के दौरान एक पक्ष का किसी अन्य के साथ अवैध सम्बन्ध, क्रूरता, पागलपन या मानसिक बीमारी, धर्म का त्याग करना, गम्भीर बीमारी होना आदि है।

(3) क्या बिना कानून की सहायता के घर पर बैठ कर किये गये समझौते से भी तलाक हो सकता है?
जवाब : घर बैठे आपसी रजामन्दी से लिया गया तलाक कतई मान्य नहीं होता।

(4) शादी के बाद तलाक के लिये कम से कम कितने समय बाद आवेदन किया जा सकता है।
जवाब :  किसी भी प्रकार के तलाक के लिये कम से कम एक साल के बाद ही तलाक के लिये आवेदन किया जा सकता है क्योकि किसी भी तलाक की अर्जी पर तभी सुनवाई हो सकती है जबकि पति व पत्नी कम से कम 1 वर्ष तक अलग रह रहे हो। परन्तु विशेष परिस्थितियों में यह आवेदन एक वर्ष से पहले भी किया जा सकता है।

(5) तलाक की अर्जी कौन डाल सकता है तथा तलाक की प्रक्रिया में कितना समय लगता है?
जवाब : पति या पत्नि कोई भी तलाक की याचिका कोर्ट में डाल सकता है और यदि आपसी सहमति से तलाक की याचिका पति और पत्नि दोनों द्वारा कोर्ट में डाली जाती है तो मात्र 6 माह में तलाक हो जाता है।

(6) तलाक के कितने समय बाद पुनर्विवाह किया जा सकता है ?
जवाब : आपसी सहमती के आधार पर लिया गये तलाक के तुरन्त बाद दोनों पक्षकार शादी कर सकते है।अन्य मामलों में कोर्ट द्वारा विवाह विच्छेद होने के 3 माह तक जो की ऊपरी अदालत में अपील का समय होता है के गुजरने के बाद ही दोबारा शादी की जा सकती है।

Session II:

Step 10. Students are assigned to read individually another problem and they are asked to elaborate in an email the problem from 1st person by introducing an interesting or funny twist and address it प्रिया माया.
Step 11. In class they share with a partner and receive advice – they switch partners and take turns.
Step 12. They write a thank you letter to the गृह लक्ष्मी क्लब website –including (सलाह  and परिणाम — what advice they received and what resulted from following the advice)

Session III:
Step 13. Students are in groups of 4-5 — they rehearse and video- or audio-record  — A Round Table TV/radio show गृह लक्ष्मी क्लब (similar to Dr. Phil) — one psychologist (trained in the U.S. lives in India) and 3-4 people with problems around a table — one of them at least lives mostly in the U.S.