लोमड़ी और कौआ
एक लोमड़ी दो दिन से भूखी थी | उसे खाने को कही भी कुछ न मिला था | वह शहर की ओर आई |
अचानक क्या देखती है कि पेड़ पर एक कौआ बैठा है | उस कौए के मुँह मे एक साबुत रोटी है |
लोमड़ी के मुँह में पानी भर आया | उसने एक उपाय सोचा | वह कौए की बड़ाई करने लगी |
भाई कौए ! तुम कितने सुन्दर हो | तुम्हारे पंख कितने सुन्दर हैं ! तुम चाहे गंगा में नहाओ, चाहे यमुना में — तुम्हारा रंग एक जैसा रहता है | सचमुच तुम पक्षियों के राजा हो | तुम्हारा गाना बहुत मीठा है — बाँसुरी से भी मीठा | आज मेरा मन तुम्हारा गाना सुनने को तरस रहा है | ज़रा गाकर सुनाओ |
कौए ने अपनी तारीफ़ सुनी | वह फ़ूल कर कुप्पा हो गया | उसने गाने के लिए चोंच खोली | चोंच खुलते ही रोटी नीचे आ गिरी | लोमड़ी बड़े चाव से उसे खाने लगी | कौआ मुँह देखता रह गया !
Practice Questions:
१ उस कहानी में कितनी चिड़ियाँ थीं ?
१ लोमड़ी कितने दिनो से भूखी थी ?
२ लोमड़ी किस ओर से आई ? शहर या गाँव ?
३ लोमड़ी ने पेड़ पर क्या दखा ?
४ कौए के मुँह में क्या था ?
५ रोटी को देखर लोमड़ी के मुँह में क्या हुआ ?
६ गंगा और यमुना क्या है ?
७ लोमड़ी ने “पक्षियों के राजा” किसको बुलाया ?
८ लोमड़ी ने कौए को क्या करने को कहा ?
९ जब कौआ गाने लगा तब क्या हुआ ?
१० कौआ क्या देखता रह गया ?
Glossary:
भूखा | hungry |
कही भी न | nowhere at all |
अचानक | suddenly |
साबुत | whole, entire |
बड़ाई करना | to flatter |
चमकना | to glow, to glisten, to sparkle |
गंगा | Ganga |
यमुना | Yamuna |
नहाना | to bathe |
एक जैसा रहना | to stay the same |
सचमुच | truly |
पक्षी f. | bird |
बाँसुरी f. | bamboo flute |
मन | mind |
तरसना | to thirst |
फ़ूलना | to puff up with pride |
कुप्प होना | to become plump |
चाव m. | gusto, zeal |