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लॉक डाउन में कैसे कम करें तनाव

पूरे भारत में कोरोना वायरस #coronavirusinindiahindi से बचाव के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन (lock down) था जो अब 3 मई तक कर दिया गया है। ऐसे में तनाव (stress) का बढ़ना एक नार्मल बात है और सही तनाव प्रबंधन (stress management) ना कर पाए तो मानसिक बीमारियों की महामारी (mental_illness_pandemic) आना तय है|

आयुष मंत्रालय ने खाने पीने की एक विशेष लिस्ट जारी की है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और कोरोना संक्रमण होने से रोकने में मदद मिलेगी|

ऐसे ही मानसिक तनाव, मानसिक रोग(Mental illness) में ना बदले उसके लिए देशभर में मनोचिकित्सक अपने तरीके से लोगों को तनाव मुक्त (stress free) रहने की सलाह दे रहे हैi

कैसे दूर होगा स्ट्रेस?? #StressManagementCovid 19

मानसिक तनाव की स्थिति से बाहर निकलना बहुत ज़रूरी है वरना तनाव अंतहीन हो सकता है. आप कुछ तरीक़ों से ख़ुद को शांत रख सकते हैं ताकि आप स्वस्थ रहें-

1.ख़ुद को मानसिक रूप से मज़बूत करना ज़रूरी है. बस धैर्य के साथ इंतज़ार करें.

2.घर से बाहर तो नहीं निकल सकते लेकिन, छत पर, खिड़की पर, बालकनी या घर के बग़ीचे में आकर खड़े हों. सूरज की रोशनी से भी हमें अच्छा महसूस होता है.

3.अपनी दिनचर्या को बनाए रखें. हमेशा की तरह समय पर सोना, जागना, खाना-पीना और व्यायाम करें.

4.एक महत्वपूर्ण तरीक़ा ये है कि इस समय का इस्तेमाल अपनी हॉबी पूरी करने में करें. वो मनपसंद काम जो समय न मिलने के कारण आप ना कर पाए हों. इससे आपको बेहद ख़ुशी मिलेगी जैसे कोई अधूरी इच्छा पूरी हो गई है.

6.अपनी भावनाओं को ज़ाहिर करना. अगर डर, उदासी है तो अपने अंदर छुपाएं नहीं बल्कि परिजनों या दोस्तों के साथ शेयर करें

7. ख़बरों की ओवरडोज़ ना लें- “इसके लिए ज़रूरी है कि लोग उतनी ही ख़बरें देखें और पढ़ें जितना ज़रूरी है. उन्हें समझना होगा कि एक ही चीज़ बार-बार देखने से उनके दिमाग़ में वही चलता रहेगा. इसलिए दिनभर का एक समय तय करें और उसी वक़्त न्यूज़ चैनल देखें.”

8. “मस्तिष्क को ताजा रखने के लिए रीडिंग, राइटिंग, शतरंज जैसे गेम, डान्सिंग, सिंगिंग जैसी गतिविधियों को अपनाना चाहिए.

10.घर पर ही वॉकिंग भी करनी चाहिए. योग और डॉन्स से एंडोरफिन हार्मोन निकलता है जो आपको प्रसन्नता का अहसास दिलाता है.”

11.ये दंपतियों, माता-पिता और बच्चों में आपसी रिश्तों को बेहतर करने का भी वक्त है, इसलिए मोबाइल स्विच को अधिक से अधिक ऑफ रख कर आपस में ज्यादा से ज्यादा बात करें.

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लॉकडाउन में मानसिक तनाव को इन तरीकों से कर सकते हैं कम

कोरोना वायरस के संक्रमण से घरों में कैद मानसिक रूप से परेशान लोगों के लिए सेंटर फॉर मेंटल हेल्थ लॉ एंड पालिसी, पुणे स्थित एक संगठन ने एक वीडियो के माध्यम से कुछ सुझाव दिए हैं जिससे लोग अपना मानसिक तनाव कम कर सकते हैं। किसी भी संकट के दौरान चिंता होना या तनाव महसूस करना बहुत ही स्वाभाविक प्रक्रिया है। इससे आपकी नींद, थकान, दैनिक दिनचर्या और खानपान में बदलाव आ सकता है।

१। अपने जीवन में आये इस परिवर्तन को समझें, उसे स्वीकार करें, अपनी भावनाओं को दूसरे लोगों के साथ साझा करें और मिलकर उन समस्याओं से जूझने के लिए के समाधान ढूढें।

२। कभी-कभार हमें अपनी समस्याएं बहुत बढ़ी लगती हैं इसलिए समाधान करने के लिए ऐसे मुद्दे से शुरुआत करें जिसका आप आसानी से समाधान ढूढ़ सकते हैं। ऐसे समय में एक लक्ष्य तय करें। जैसे -मान लीजिये आप अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर परेशान हैं और आप इसकी वजह से चिड़चिड़ाहट महसूस कर रहे हैं तो एक गहरी सांस लेकर एक से पांच तक गिनती गिनने के बाद ही आप अपने बच्चों से बात करें तो आपकी चिड़चिड़ाहट पर काबू हो कसता है।

३। जब हम स्वयं अपनी समस्याओं का हल ढूढने की कोशिश करते हैं तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है। एक उम्मीद जागती है और हमें अपनी स्थिति पर नियन्त्रण होने का एहसास होता है। मदद के लिए आप अपने प्लान को लिखकर हफ्ते के अंत में अपनी प्रगति को ट्रैक कर सकते हैं।

४। ऐसी स्थिति में एक दिनचर्या होना जरूरी है। अच्छा खाएं, अपनी नींद पूरी करें, कसरत करें, फोन के माध्यम से अपने प्रियजनों के संपर्क में रहें और जितना संभव हो सके अपने आपको व्यस्त रखें। तनाव को दूर करने के लिए धूम्रपान, शराब या ड्रग्स का सेवन न करें, आगे चलकर ये चीजें स्वास्थ्य समस्याओं या चिंता का कारण बन सकती हैं।

५। ऐसे सनसनी खेज खबरों या अफवाहों से दूर रहें जो आपकी चिंता को बढ़ा सकती हैं। सही जानकारी एकत्र करें, उचित सावधानी बरतें और यदि आवश्यक हो तो अपनी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य जरूरतों के लिए एक घरेलू कार्य योजना बनायें।

६। हमेशा यह याद रखें कि हमने कभी न कभी अतीत में अपनी समस्याओं का सामना करने के लिए आशापूर्वक अपनी क्षमताओं का उपयोग किया है। हम उन्हीं क्षमताओं की सहायता से वर्तमान समय में खुद की और अपने प्रियजनों की मदद कर सकते हैं।

७। अगर किसी अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है तो अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता से बात करें या फिर भारत व्यापी ‘आयकॉल’ नाम की संस्था के निशुल्क टोल फ्री नम्बर पर कॉल करके परमर्श ले सकते हैं – टोल फ्री फोन नम्बर हैं- +91,9372048501, +91,9920241248, +91,8369799513.

८। वीडियो के माध्यम से यह जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर फॉर मेंटल हेल्थ लॉ एंड पालिसी के ‘आत्मीयता’ नामक कार्यक्रम से ली गयी है, जिसे क्विक सैन के सहयोग से बनाया गया है। अधिक जानकारी के लिए इसकी वेबसाइट पर जा सकते हैं।